नई दिल्ली। सरकार ने धान सहित कई खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि कर दी है। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नई दिल्ली में यह जानकारी दी है। धान के समर्थन मूल्य मे पिछले साल के रू. 1868 प्रति क्विंटल में 72 रुपये बढ़ाकर साल 2021-22 के लिए रू. 1940 प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) द्वारा एमएसपी में वृद्धि को स्वीकृति दिए जाने को किसानों के हित में उठाया गया कदम बताया और कहा कि इससे ना सिर्फ उनकी आय में बल्कि जीवन स्तर में भी सुधार होगा। श्री तोमर ने कहा है कि इस साल तिल के भाव में सबसे अधिक रू. 452 प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है, जबकि तुअर और उड़द के भाव में रू. 300 प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है।
कैबिनेट की वर्चुअल मीटिंग आयोजित की गई थी। एमएसपी वह दर होती है जिस दर से सरकार किसानों से खाद्यान्न खरीदती है। सरकार की माने तो किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर सबसे ज्यादा अनुमानित रिटर्न बाजरा (85 प्रतिशत) पर, उसके बाद उड़द (65 प्रतिशत) और तुअर (62 प्रतिशत) होने की संभावना है। बाकी सभी फसलो पर किसानों को उनकी लागत का 50% देने का अनुमान है।
मूल्य में यह वृद्धि हर वर्ष की तरह की गयी है। केंद्र सरकार का कहना है कि अगर राज्य सरकार चाहे तो वह अपने प्रदेश के किसानों को समर्थन मूल्य के ऊपर बोनस दे सकते है। लेकिन इसके लिए प्रावधान रखा है अगर किसान की फसल में कम उत्पादन निकलता है तब ही ऐसा किया जाये।