best chana veriety 2024 चना की खेती में अधिक उत्पादन पाने के लिए चना की वैरायटी का चयन करना अति आवश्यक है। कृषि अनुसंधान एवं कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि विश्वविद्यालय में ऐसी चना की नयी वैरायटी तैयार की है जो सिंचित और कम पानी वाले क्षेत्र में प्रति एकड़ 15 क्विंटल तक उत्पादन देने में सक्षम है। आज हम चना की ऐसी 4 वैरायटी के वारे में जानकारी देंगे जिन्होंने पिछले वर्ष अलग अलग क्षेत्र में 12 – 15 क्विंटल तक उत्पादन दिया है।
चना के उत्पादन में वैरायटी के चयन के साथ साथ भूमि खेती का प्रवंधन भी जरुरी है चना की फसल समय पर सिंचाई सबसे महत्वपूर्ण है। सिंचाई कम या अधिक होती है तो चने के उत्पादन में अधिक प्रभाव पड़ता है।
चना का अधिक उत्पादन के लिए जलवायु मौसम climate for green gram –
चने की खेती साधारणतया शुष्क फसल के रूप में रबी की ऋतु में की जाती है। जिन स्थानों पर सिंचाई की कोई सुविधा नहीं होती है उन स्थानों पर बिना सिंचाई की सुविधाओं के ही अर्थात् जाड़े की वर्षा के आधार पर ही चना उगाते हैं, परन्तु कुछ स्थानों पर चने की फसल
सिंचित फसल के रूप में भी उगाई जाती है। न्यून से मध्यम वर्षा और हल्की सर्दी वाले क्षेत्र इसके लिए सर्वाधिक उपयुक्त हैं, परन्तु फूलने के बाद वर्षा का होना फसल के लिए हानिकारक होता है क्योंकि वर्षा के कारण फूल के परागकण एक दूसरे से चिपक जाते हैं तथा बीजोत्पादन पौधों में सम्भव नहीं होता है।
फसल के पकने के समय ओले पड़ना अधिक हानिकारक होता है। अधिक नमी के कारण पौधों में वानस्पतिक वृद्धि अधिक होती है और फूल तथा फली कम बनती हैं। 65 से 95 सेमी० वार्षिक वर्षा वाले स्थान फसल के लिए अधिक उपयुक्त होते हैं, परन्तु चने की खेती लगभग 50 सेमी० वार्षिक वर्षा वाले स्थानों पर भी की जा सकती है।
फलियाँ बनते समय यदि वर्षा होती है तो फली बेधक का प्रकोप बढ़ जाता है जिसके कारण उपज में भारी क्षति होती है।
चने के अंकुरण के लिए कुछ उच्च तापक्रम की आवश्यकता होती है, परन्तु पौधों की वृद्धि के लिए साधारणतः ठंडक वाला मौसम बहुत ही उपयुक्त होता है। फसल के पकने के समय फिर उच्च तापक्रम की आवश्यकता होती है।
best chana veriety चना की अच्छी वैरायटी –
1 . PUSA MANAV पूसा मानव चना वैरायटी
पूसा मानव चना वैरायटी का अधिक प्रचार प्रसार चल रहा है क्यूंकि 2023 में पूसा मानव PUSA MANAV CHANA VERIETY ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है। यह सबसे अधिक चना उत्पादन वाली वेरायटी है। पिछले वर्ष इस वैरायटी का किसानों ने 16 क्विंटल तक उत्पादन लिया है। पूसा मानव चना वेरायटी 155 दिन में पककर तैयार हो जाती है। मौसम और जलवायु के अनुसार अवधि कम ज्यादा हो सकती है।
2 . daftari 21 chickpea दफ्तरी 21 चना वैरायटी
DAFTARI 21 CHICKPEA दफ्तरी 21 चना वैरायटी का चलन मध्यप्रदेश में अधिक चल रहा है। यह फसल धान कटाई के बाद खेतों में बौने के बाद अच्छा उत्पादन दे रही है। मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के किसान DAFTARI 21 CHICKPEA दफ्तरी 21 चना वैरायटी से 15 से 16 क्विंटल तक उत्पादन ले रहे है। इस चने का दाना बोल्ड रहता है। DAFTARI 21 CHICKPEA दफ्तरी 21 चना वैरायटी के पौधे में अधिक फुटाओ होता है यानी एक पौधे से अधिक टहनिया निकलती है।
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3 . RvG 202 CHANA VARIETY
RVG 202 CHANA VARIETY लगभग 155 से 160 दिन में पककर तैयार हो जाती है। इस वेरायटी का उत्पादन 8 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ तक होता है। चने में रोग प्रतिरोध क्षमता अधिक रहती है। RVG 202 CHANA VARIETY में उकठा रोग कम लगता है। चने का साइज मीडियम बोल्ड होता है।
4. SURYA 10 CHANA VERIETY
BEST CHANA VERIETY में SURYA 10 CHANA VERIETY सूर्या 10 चने को शामिल किया है क्यूंकि यह कम समय में अच्छा उत्पादन देने वाली चने की किस्म है। SURYA 10 CHANA VERIETY का उत्पादन लगभग 8 से 10 क्विंटल प्रति एकड़ तक रहता है। इस चने की वूबाई किसान दिसम्बर से जनवरी के पहले हफ्ते तक कर सकते है।
BEST CHANA NEW VARIETY : यह 4 चना की वैरायटी देती है 15 क्विंटल तक उत्पादन तब देती है जब उनकी अच्छे से देख रेख की जाये चना में सबसे ज्यादा उकठा रोग की शिकायत रहती है यह 4 चना की वेरायटी उकठा रोग के लिए काफी सेहनशील है। चने के पाले से बचाना जरुरी है पाला पड़ने पर चने में अधिक नुकसान होने की सम्भावना रहती है।