आंध्र व महाराष्ट्र में फसल बिगड़ने से मप्र पूरी कर रहा डिमांड, 10 दिन हरी रहने वाली मिर्च से बना रहे चिली सॉस, पावडर और ऑइलपवन तिवारी | हरदा70 एकड़ में 60 ट्रक मिर्च निकली, 50रु. मिला भाव, बचत 1 करोड़ हरदा की हरी मिर्च का तीखापन विदेशियों कोअच्छा लग रहा है। सऊदी अरब के देशों में हरदाकी हरी मिर्च की अचानक डिमांड बढ़ गई है।पिछले चार माह में ही जिले से करीब 12 हजारमीट्रिक टन मिर्च सऊदी अरब के अलावा दुबई,कतर, ओमान, बहरीन, कुवैत एक्सपोर्ट हुई है।
एक्सपोर्टर खुद जिले के किसानों से सीध संपर्ककर हरी मिर्च खेतों से ले जाकर एक्सपोर्ट कर रहेहैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कि पिछले सीजनमें बारिश से आंध्रप्रदेश व महाराष्ट्र में मिर्च कीफसल खराब हो गई। इसके बाद एक्सपोर्टर्स नेसीधे जिले के किसानों से संपर्क किया। इसी कानतीजा है कि इस बार जिले में मिर्च का रकबा दोसे तीन गुना होने का अनुमान है।बंदीमुहाड़िया के किसान राकेश बांके के मुताबिक उन्होंने 70 एकड़ मेंमर्च लगाई है। पिछले साल औसतन 50 रुपए किलो के हिसाब से 60ट्रक माल बेचा था। एक ट्रक में 7 टन मिर्च आती है। इस हिसाब से 2करोड़ 10 लाख रुपए की मिर्च बेची थी।
इसमें एक करोड़ के करीबलागत आई थी। इस मान से उन्हें पिछले साल 1 करोड़ का लाभ हुआथा। इस साल भी उनकी मिर्च 50 रुपए किलो खेत से ही व्यापारीखरीद कर ले जा रहे हैं। अभी उत्पादन जारी है।लंबे समय तक ताजी रहती है सुनिधि और 1468 वैरायटी कीमिर्च एक्सपोर्ट हो रही है
मिर्च :
जिले में सुनिधि और 1468 वैरायटी की मिर्च एक्सपोर्ट हो रहीहै। इसकी खासियत है कि मिर्च तीखी, चमकदार और लंबे समय तकताजी बनी रहती है। उद्यान विस्तार अधिकारी योगेश तिवारी के मुताबिकसीधे किसान के खेत से मिर्च मुंबई पोर्ट से सीधे सऊदी अरब, दुबई,ओमान, कतर, बहरीन सहित अन्य देश
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