समर्थन मूल्य पर मध्यप्रदेश सरकार mp e uparjan पोर्टल द्वारा गेहूं एवं अन्य फसलों की खरीदी की जाती है। जिसका भुगतान सीधे किसान के खाते में किया जाता है। जो किसान बैंक से खाद ऋण या केसीसी द्वारा ऋण लिए हुए है और वह समर्थन मूल्य पर अपनी उपज को बेचते है उनके लिए यह जरुरी खबर है।
केसीसी या खाद बीज ऋण काटकर होगा भुगतान
जिले में 25 मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू होना है। इस से 5 दिन पहले ही किसानों के मोबाइल पर ऋण वसूली के फरमान पहुंच गए हैं। इससे किसानों में हड़कंप मचा हुआ है। किसान उनके पास आए बसूली संदेश को लेकर बैंक और सोसायटी के चक्कर काट रहे हैं। दरअसल समर्थन मूल्य पर यदि ऋणी किसान अपनी उपज बेचता है तो पहले उसकी ऋण की राशि काटी जाएगी इसके बाद शेष राशि का भुगतान किया जाएगा।
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यही नहीं शासन ने किसान के भुगतान में से 50 फीसदी तक राशि काटने के आदेश जारी किए है। जिले में ऋण वसूली के मैसेज मुख्या रूप से सहकारी सोसायटी से जुड़े किसानों के मोबाइल पर पहुंचे हैं। ये वे किसान हैं जिनका केसीसी या खाद-बीज का भुगतान बकाया है, जबकि राष्ट्रीयकृत बैंकों के किसानों के ‘पास इस तरह के वसूली संबंधी मैसेज नहीं आए हैं।