moong farming : मूंग की खेती कैसे करें, 10 क्विंटल तक उत्पादन देने वाली मूंग की किस्म

मूंग की खेती (Moong ki kheti)– भारत में उगाई जाने वाली दलहनी फसलों में मूंग का महत्वपूर्ण स्थान है। मूंग की अच्छी किस्म , best moong variety  24 प्रतिशत प्रोटीन, साथ फाइबर और आयरन के कई मात्रा पाये जाते है। जल्दी पकने वाली मूंग और उच्च तापमान सहन करने वाली प्रजातियों के विकास के कारण मूंग की खेती (Moong ki kheti) लाभदायक हो जाती है। उन्नत तकनीक का उपयोग करके मूंग प्रति सीजन 10-15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक फसल उत्पादन लिया जा सकता है।

moong ki kheti in hindi: मूंग एक दलहनी फसल है। मूंग में अधिक मात्रा में प्रोटीन(Protein), विटामिन(Vitamins) और कार्बोहाइड्रेट(Carbohydrates) होता है। मूंग दाल का व्यापक रूप से नमकीन, दाल और हलवा के रूप में उपयोग किया जाता है। उपयुक्त तापमान और जलवायु होने पर इसकी उपज भी बहुत अधिक होती है। अगर आप भी कम समय में ज्यादा कमाना चाहते हैं तो मूंग उगाना या मूंग की खेती (Moong ki kheti) आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। 

मूंग की खेती कर किसान भाई कम समय में लाखों रूपए कमा सकते है। मूंग की फसल में अधिक लागत नहीं लगती और उत्पादन करीब 4 से 10 क्विंटल प्रति एकड़ तक निकल जाता है. मूंग का समर्थन मूल्य 7700 रू. के आसपास है। अगर किसान एक एकड़ में औसतन 6 क्विंटल मूंग का उत्पादन लेते है तो मूंग की खेती में किसान को 46200 रु. की कमाई होगी एक एकड़ में इसमें किसान की लागत करीब 6 हज़ार के आसपास होगी। चलिए जानते है मूंग की खेती कैसे करें।

तो आइए इस ब्लॉग में में मूंग की खेती (Moong ki kheti) की पूरी जानकारी जान लेते हैं। 

मूंग की किस्में best moong variety

  • टॉम्बे जवाहर मूंग-3
  • IPM 410-3 shikha moong variety
  • MH 421 moong variety
  • पूसा विशाल
  • पीडीएम 139 मूंग
  • हम 12
  • सम्राट
  • बंसी गोल्ड मूंग
  • 444 मूंग किस्म

मूंग की फसल के लिए सही मिट्टी, जलवायु और तापमान

मूंग की खेती किसी भी मिट्टी में की जा सकती है, लेकिन रेतीली दोमट मिट्टी इसकी फसल के लिए बहुत उपयुक्त मानी जाती है| इसकी खेती जल-भराव वाली भूमि पर नहीं की जानी चाहिए, क्योंकि जलभराव से इसके पौधों के नष्ट होने का खतरा बढ़ जाता है| मूंग की खेती के लिए भूमि का P.H मान 6 से 7.5 तक होना चाहिए | मूंग की फसल खरीफ के मौसम और रबी दोनों मौसम में उगाई जा सकती है| इसके लिए एक विशेष जलवायु की आवश्यकता नहीं है| इसके फसल के लिए सामान्य तापमान की आवश्यकता होती है| इसके पौधे अधिकतम तापमान 40 डिग्री सहन कर सकते हैं|

मूंग बुवाई का समय 

अगर आप गर्मियों में मूंग की खेती (moong ki kheti) करना चाहते हैं तो मार्च के पहले सप्ताह से लेकर अंतिम सप्ताह तक मूंग की बुवाई करें. खरीफ के समय में जून के अंतिम सप्ताह और जुलाई के प्रथम सप्ताह में मूंग की बुआई करनी चाहिए।

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मूंग की खेती के लिए खेत तैयार करें

खरीफ फसल के लिए, आपको जुताई मिट्टी पलटने वाले हल के साथ की जानी चाहिए। उसके बाद बारिश शुरू होते ही 2-3 बार देशी हल या Tractor से हल चलाएं। उसके बाद पट्टा लगाकर खेत को बराबर कर दें। दीमक को रोकने के लिए, क्लोरपाइरीफोस (Chlorpyrifos) का छिड़काव केवल पहली या दूसरी जुताई के दौरान करें। 

गर्मियों के दौरान मूंग की खेती (moong ki kheti) के लिए, रबी की फसल के तुरंत बाद खेत की जुताई करें। यह 4-5 दिनों के बाद किया जाना चाहिए। घास काटने के बाद, 2-3 हल देकर खेती को समतल किया जाना चाहिए और खेत को समतल करना चाहिए। ताकि खेत में नमी बनी रहे। इस तरह से बीजों मे अंकुरण होता है।

मूंग की यह किस्म देती है 10 क्विंटल उत्पादन – best 7 moong variety अधिक उत्पादन वाली मूंग वैरायटी 2022 , मूंग की खेती

मूंग की फसल की कटाई एंव गहाई

मूंग की फसल 65-70 दिनों में पक जाती है। यदि फलियां पकने लगते हैं तो हल्के भूरे या काले रंग के दिखाई देते हैं, तो आपको एहसास होगा कि फलियां काटने लायक हैं। 2-3 में बार कटाई करें। बाद में, पौधों के साथ फसल काट लें। छंटाई के बाद पौधे को अच्छी तरह सुखा लें। सूखने के बाद, आप इसे बांस के साथ कोड़े मारकर या बैंलो को चलाकर गहाई कर ले । गहाई करने के लिए एक थ्रेशिंग मशीन का उपयोग करें। 

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