kisaan news. आजकल खेती में किसानों को मुनाफा नहीं मिल पा रहा है क्योंकि खेती की लागतों में लगातार वृद्धि हो रही है और किसान की फसल का उचित मूल्य किसान की लागत के अनुसार नही मिल पा रहा है। जब किसान कोई ऐसी फसल की वुबाई करता है जिसकी कीमत बाजार में अधिक है लेकिन जब वह फसल पकने पर बाजार ले जाता है तो वह कीमत बहुत ही कम हो जाती है।
किसान अपनी आय में वृद्धि करने के लिए नए नए तौर तारीखे अपना रहा है। साथ ही वह खेती में नयी नयी पद्धितियों से लाभ कमाने के लिए कार्य कर रहा है। ऐसे ही बिहार के किसान ने एक सब्जी उगाई है जिसकी कीमत करीब 1 लाख रुपये किलो के आसपास बतायी जा रही है। जी हाँ आपने सही सुना सब्जी की कीमत 1 लाख रूपये किलो। आप सोच रहे होंगे की आखिर इस सब्जी की कीमत इतनी ज्यादा क्यों है तो आपको बता दें कि यह केंसर जैसी बीमारियों के इलाज के लिए उपयोगी है। इस सब्जी का नाम और अन्य जानकारी के लिए पोस्ट को आगे पढ़ें।
किसान की जानकारी –
इस सब्जी का नाम हॉप शूट्स है। बिहार के औरंगाबाद जिले के रहने वाले 38 वर्षीय किसान अमरेश सिंह हॉप शूट्स की खेती कर रहे हैं। इन्होंने 2012 में हजारीबाग के सेंट कोलंबस कॉलेज से 12वीं पास की है। अमरेश नवीनगर ब्लॉक के कमरडीह गांव में अपनी जमीन पर हॉप शूट्स की 5 कट्ठे में खेती कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस सब्जी की कीमत 1000 पाउंड प्रति किलोग्राम थी, जो लगभग एक लाख रुपए के बराबर है. भारत में यह सब्जी न के बराबर दिखती है और सिर्फ ऑर्डर देकर ही खरीदी जाती है।
हॉप शूट्स सब्जी का उपयोग –
इस सब्जी के महंगा होने का कारण इसकी उपयोगिता है जानिए यह किसलिए उपयोग होती है। हॉप शूट्स का इस्तेमाल बीयर और एंटीबायोटिक दवाओं को बनाने में होता है. साथ ही टीवी के इलाज में भी ये काफी कारगर साबित होता है. इसका इस्तेमाल करने से त्वचा चमकदार होती है और झुर्रियां नहीं पड़ती। इस सब्जी का उपयोग विदेशों में ज्यादा होता है। भारत में यह केवल ऑर्डर पर बुलाई जाती है। इस सब्जी के डंठल भी खाने में उपयोगी होते है।
हॉप शूट्स की खेती कैसे की –
कृषि वैज्ञानिक डॉ. रामकिशोरी लाल ने किसान अमरेश सिंह को हॉप शूट्स सब्जी की पैदावार करने की सलाह दी. हिमाचल प्रदेश से इसके पौधे मंगवाए गए और हॉप शूट्स की खेती शुरू की गई. अमरेश ने दो महीने पहले इसका पौधा लगाया गया था, जो अब धीरे-धीरे बड़ा हो रहा है। भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के कृषि वैज्ञानिक डॉ लाल की देखरेख में हॉप-शूट्स की खेती चल रही है. सिंह बताते हैं कि मैंने दो महीने पहले संस्थान से लाकर इस सब्जी के पौधे लगाए हैं. मुझे उम्मीद है कि यह सफल रहेगा और बिहार के कृषि क्षेत्र में एक बदलाव आएगा।
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