खुशखबरी : गेहूँ को मंडी टैक्स से छूट, जानिए किसानों को कैसे मिलेगा इस से फायदा

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने किसानों और व्यापारियों के हित में बड़ी घोषणा की। जैसा की आपको पता है कि विश्व बाजार में गेहूं की मांग तेज हो रही है, जिसके कारण भारत से गेहूं का निर्यात लगातार बढ़ रहा है और किसानो को फसल के अच्छे दाम मिल रहे है, किसानों की उपज समर्थन मूल्य से ज्यादा बिक रही है। ऐसे में शिवराज जी चौहान ने बढ़ी घोषणा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में गेहूं पर मंडी टैक्स नही लगेगा, चलिए जानते है कि मंडी टेक्स न लगने से किसानों को क्या फायदा होगा।

रूस और यूक्रेन के बीच ताजा विवाद के कारण दुनियाभर में देश के गेहूं की डिमांड बढ़ गई है। दरअसल रूस और यूक्रेन दोनों ही देशों में गेहूं प्रचुर मात्रा में होता है पर ताजा हालातों में वहां से गेहूं निर्यात नहीं हो रहा। इसका लाभ भारत को मिला है जिससे मध्यप्रदेश के गेहूं उत्पादकों को खासा मुनाफा हो रहा है। इस बार प्रदेश में गेहूं की पैदावार भी अधिक हुई और डिमांड बढ़ने से दाम भी ज्यादा मिल रहे हैं।

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जानिये क्या होता है मंडी टेक्स –

मंडियों में खरीददारों को मार्केट फीस या मंडी चार्ज, ग्रामीण विकास फीस और कमीशन अर्थात बिचौलियों को चार्ज देना पड़ता है। भारत सरकार की एजेंसी भारतीय खाद्य निगम के मुताबिक मध्यप्रदेश में गेहूं के लिए 2.2 फीसदी का मंडी टैक्स है।

ऐसे होगा किसानों को होगा फायदा

मंडी टैक्स में छूट मिलने से निर्यातक मध्यप्रदेश से गेहूँ खरीदेगे, जिस से प्रदेश के गेहूँ की मांग बढ़ने से दाम में भी तेजी बनेगी जिसका फायदा सीधे किसानो को होगा। अभी भी प्रदेश के किसान गेहूँ को समर्थन मूल्य से अधिक भाव पर बेच रहे है।

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