खाद के दाम बढ़ना किसानों के लिए चिंताजनक हो सकता है। कुछ दिन पहले केंद्र सरकार द्वारा 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने के वादे किए गए थे लेकिन आय को दुगनी न करते हुए खेती की लागतों को दुगना किया जा रहा है। किसान पहले से ही बढ़ी हुयी डीजल की कीमतों से परेशान है ऐसे में खाद के दामों में वृद्धि करना किसान को मुश्किल में डाल सकता है। खेती में प्रयुक्त होने वाली खाद के दाम आगामी रबी सीज़न में बढ़ाने का फैसला लिया है। नई कीमतों से आगामी रबी सीजन में इनपुट लागत दोगुनी हो सकती है।
आगामी रबी सीजन के लिए म.प्र. मार्कफेड ने फोस्फेटिक उर्वरकों की दरें घोषित कर दी हैं | मार्कफेड ने उर्वरक समन्वय समिति की बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार सभी जिला विपणन अधिकारीयों को निर्देशित किया है कि फोस्फेटिक उर्वरकों NPK 12:32:16, NPK 10:26:26, NPK 14:35:14 और अमोनियम फोस्फेट सल्फेट 20:20:0 का विक्रय दिनांक 1 अक्टूबर 2021 के बाद नई दरों पर किया जाये।
MARKFED द्वारा जारी पत्र में यह भी कहा गया है कि प्रदेश में DAP की कमी को देखते हुए NPK का अधिक से अधिक स्टॉक किया जाकर 1 अक्टूबर से एनपीके का प्राथमिकता के साथ विक्रय किया जाये | हालांकि रबी 2021-22 के लिए निर्धारित एनपीके की विक्रय दरें रबी 2020-21 की तुलना में बहुत अधिक हैं | जबकि DAP पुराने रेट रु.1211 प्रति बैग की दर पर ही बिकेगा |
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इतने में मिलेगा अब खाद (प्रति बैग) –
उर्वरक | 2020-21 की विक्रय दरें | 2021-22 की विक्रय दरें |
NPK 12:32:16 | रु.1185 | रु.1700 |
NPK 10:26:26 | रु.1175 | रु.1475 |
NPK 14:35:14 | रु.1230 | रु.1550 |
अमोनियम फास्फेट सल्फेट 20:20:0 | रु.1050 | रु.1225 |
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