चने की कीमत 6000 के ऊपर जा सकती जानिए क्या है कारण

kisan news . चने की कीमतों के अंदर लगातार तेज़ी देखने को मिल रही है उत्पादक क्षेत्रों के अंदर फरवरी माह में गिरावट भी देखी है। आपको बता दे स्टॉट कम होने की बजह से चने की कीमतों में तेज़ी देखने को मिल रही है देश में चने उत्पादक क्षेत्र में फरवरी माह के दौरान तापमान जिस तरह बढ़ा है और मौसम विभाग आने बाले दिनों में दिन प्रति दिन गर्मी बढ़ने के आसार बता रहें है इन परिस्थिओं को देखते हुए उत्पादन कम होने की उम्मीद है।

उत्पादन कम और चने की कीमत बढ़ने की बजह –

इस वर्ष देश में देशी चने की बिजाई सभी क्षेत्रों में अच्छी रहने के बाबजूद मौसम का तापमान फरवरी के माह में सामान्य के तुलनांक 7 से 9 डिग्री तापमान अधिक होने के कारण राजस्थान की आने वाली चने की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका बढ़ गयी है। अब राजस्थान की फसल पर भी मौसम का प्रभाव देखने को मिल रहा है।

मध्यप्रदेश में भी नयी फसल के दाने छोटे हो जाने की खबर मिल रही है। मध्यप्रदेश चने के मामले में अच्छा उत्पादक राज्य माना जाता है। प्राइवेट कम्पनिओं के पास भी चने का स्टॉक नहीं है। चने के कारोबारी नए चने का जो अनुमान उत्पादन लगा रहे है वो लगभग 70 लाख टन और कहा जा रहा है की जो उत्पादन का अनुमान खपत के हिसाब से बहुत कम है।

6000 तक कब पहुंचेगा

कारोबारी वर्ग आने वाली जरूरतों के अनुसार नए चने की कीमत काफी उच्च स्तर पर जाने की संभावना जता रहे है। बाज़ारों के अंदर कारोबारी नए चने की कीमतों 6000 से 6500 रूपये प्रति क्विंटल तक जाने की धारणा में आ चुके है। 5665 तक के रेट हम अभी भी कुछ मंडी में देख चुके है। लेकिन 6000 का लेवल चने के लिए बहुत अच्छा है।

हालाँकि कीमतों में नयी फसल की आवक समाप्ति के बाद ही यह स्तर देखने को मिलेगा। क्यूंकि अभी आवकों का प्रेशर है जब आवक की सम्भवना कम हो जायगी तब हमे पता लगेगा की चना का कुल उत्पादन कितना रहा। अगर उत्पादन उम्मीद से अधिक रहा तो यह तय है की चने की कीमत 6000 तक नहीं पहुंचेगी। उसके बाद क्या स्टॉक बचा हुआ है और कितने स्टॉक की जरुरत है यह सभी बातें जब निकलकर सामने आएगी तब माना जायगा की चने की कीमत ऊपर जायगीं।

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चने को इस कीमत तक पहुंचने में काफी समय लगेगा बताया जा रहा है की यह कीमत अप्रैल माह तक देखने को मिल सकती है। लेकिन अभी की बात करें तो बाजार तेज़ी की तरफ है। राजधानी दिल्ली के अंदर जो चने का भाव तेज़ी के साथ 5200 तक देखने को मिल रहा है।

व्यापारिओं का कहना है की इस वर्ष चने का उत्पादन कम रहेगा। सरकारी आंकड़े को व्यापारी नहीं मान रहे है। क्यूंकि सरकार को ग्राउंड रिपोर्ट नहीं पता है। फरवरी में गर्मी अधिक पढ़ने से भी चने की कीमत में तेज़ी देखने को मिली है।

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