अगर बात करें वर्तमान समय की तो इस समय देश में मानसून दस्तक दे रहे हैं ऐसे में देश भर के किसान धान की फसल की तयारी में लगे हुए हैं. देश के अधिकांश भागों में धान की खेती से पहले धान की नर्सरी लगाई जाती है इसके बाद धान की रोपाई की जाती है लेकिन आज हम आपको धान लगाने की एक ऐसे विधि के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके इस्तेमाल से आप हो जायेंगे मालामाल क्योंकि इस तरीके से धान लगाने से अधिक उत्पादन प्राप्त होता है आइये जानते हैं किस तरीके से धान लगाने पर होता है अधिक उत्पादन
इस विधि से करें धान की बुवाई
देश भर में धान की बुवाई का समय चल रहा है किसान धान की नर्सरी लगाकर फिर धान की रोपाई करते हैं जिसमे बहुत अधिक मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है साथ ही इसमें समय भी अधिक लगता है लेकिन अगर आप धान की सीधी बुवाई करते है तो इससे आपका समय भी बचेगा साथ ही इससे आप अपने पैसे की भी बचत कर सकते हैं धान की सीधी बुवाई करने से पैदावार भी अधिक होती है. जिससे अधिक मुनाफा होता है. अगर किसान भाई धान की खेती करते हैं तो उन्हें धान की सीधी बुवाई ही करनी चाहिए क्योंकि इससे उन्हें फायेदा ही फायेदा होगा
यह भी पढ़ें :- धान की सबसे अच्छी किस्म, best paddy seed variety for high yeild
होती हैं बम्पर पैदावार
धान की सीधी बुवाई करने के वैसे तो कई लाभ हैं लेकिन अगर बात की जाये पैदावार की तो इसमें देखा गया है की इससे धान की अच्छी पैदवार होती है जिससे किसानो को अधिक मुनाफा होता है. रोपाई करके धान लगाने से जितनी पैदावार होती है उससे इस विधि में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है ऐसा देखा गया है की जितनी पैदावार रोपाई करके धान लगाने में होती है अगर सीधी बुवाई की जाये तो उससे करीब 4-5 हज़ार रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है.
यह भी पढ़ें :-custom hiring center yojana ख़रीदे 25 लाख तक के कृषि यंत्र, सरकार देगी 10 लाख सब्सिडी
पानी की होती है बचत
धान की सीधी बुवाई करने पर पानी की बहुत अधिक बचत होती है क्योंकि अगर किसान नर्सरी लगाकर धान की खेती करते हैं तो इसके लिए उन्हें रोपाई के समय धान के खेत को पूरा भरना पड़ता है और नर्सरी को भी पौधे निकल आने के बाद पानी से भरके रखना पड़ता है. इसीलिए इस विधि से धान लगाने में बहुत अधिक मात्रा में पानी की ज़रूरत पड़ती है. लेकिन वही अगर किसान सीधे धान खेत में लगाते हैं तो इसके लिए उतनी अधिक मात्रा में पानी खर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ती.
यह भी पढ़ें :-Thresher machine price, best 10 thresher in hindi
समय की होती है बचत
इस विधि की सबसे ख़ास बात यह है की इससे समय की बचत होती है क्योंकि इसमें न तो पहले से नर्सरी लगनी पड़ती है ना ही इसके लिए रपी में अलग से समय लगाना होता है इसमें तो सीधे धान को खेत में लगाया जाता है. ऐसा पाया गया है की धान को सीधी बुवाई विधि से लगाने पर इसकी फसल 10 से पंद्रह दिन जल्दी पक जाती है
यह भी पढ़ें :-sonalika electric tractor Price, Features | सोनालिका ने लांच किया बैटरी से चलने वाला ट्रेक्टर
पैसा भी बचता है
अगर किसान भाई सीधे धान की बुवाई करेंगे तो इससे उनके पैसों की बचत होगी क्योंकि किसानो को रोपा विधि से धान लगाने के लिए डबल खर्चा करना पड़ता है. पहले किसान नर्सरी लगाते हैं जिसकी देख रेख और दवाई कीटनाशक आदि डालने में किसानो का पैसा खर्च होता है उसके बाद नर्सरी से पौधों को खेत में लगाने के लिए किसानो को पैसे खर्च करने पड़ते है इस तरह किसानो का धान की रोपा विधि से खेती करने में डबल पैसा खर्च होता है.
यह भी पढ़ें :- आसमान छू रहे बासमती के रेट, आज का धान मंडी भाव,…
होता है डबल मुनाफा
धान की सीधी बुवाई करने पर किसानो को डबल मुनाफा होता है क्योंकि पहला तो लगाते समय किसानो के पैसे बचते हैं क्योंकि न तो इस विधि में नर्सरी लगानी पड़ती है ना ही अलग से रोपाई करनी पड़ती है. साथ ही सीधी बुवाई करने से उत्पादन अधिक होता है जिससे किसानो को डबल मुनाफा होता है. अगर किसान भाई चाहे तो धान की इस विधि से खेती कर सकते हैं
यह भी पढ़ें :- मूंग, उड़द, सोयाबीन एवं मूंगफली का समर्थन मूल्य खरीदी पंजीयन 27…
खेती जानकारी व मंडी भाव ग्रुप से जुड़ें –