10 किसान आंदोलन के कारण | जानिए किसान आंदोलन क्यों हो रहा है

किसान आंदोलन के कारण क्या है, किसान आंदोलन क्यों हो रहा है , किसान आंदोलन की मांग क्या है किसान नेताओं से बात कर किसान आंदोलन के कारण जिनकी बजह से किसान आंदोलन हो रहा है की जानकारी हम आपको इस पोस्ट में देंगे जो kisaan news ने किसान नेताओं से खास बातचीत कर प्राप्त की है।

वैसे तो किसान आंदोलन के कारण के मुख्या कारण संसद में पारित कृषि से सम्बंधित 3 कृषि संसोधन विधेयक है लेकिन किसान नेताओं की और किसानो की इस आंदोलन को लेकर अन्य 10 कारण है जिनके लिए यह किसान आंदोलन हो रहा है।

कृषि विधेयक को लेकर पंजाब और हरयाणा के किसान कुछ ज्यादा नाराज है। वही सरकार कह रही है की यह विधेयक किसानों के लिए लाभदायक है , अब आपको पता है सरकार ने लाया है तो लाभदायक ही होगा। और विपक्ष कह रहा है की यह किसानो को बरवाद कर देगा अब आपको पता है विपक्ष कह रहा है तो बरबाद ही होगा। लेकिन सही गलत हमे समझना है। इस पोस्ट में हम आपको किसान आंदोलन के कारण बतायगे जिनसे आप ही समझे की किसान आंदोलन क्यों हो रहा है।

किसान आंदोलन के कारण
किसान आंदोलन के कारण

किसान आंदोलन के 10 कारण

  • कृषि के 3 नए विधेयक
  • सभी फसलों के लिए MSP तय की जाये
  • किसानो के कर्ज माफ़ किये जाये
  • किसानो बिजली बिल माफ़ किये जाये
  • NGT का 10 साल से पुराने वाहन पर बैन हटे
  • किसानों की न्यूनतम आय सुनिश्चित करें
  • मनरेगा को खेती से जोड़ा जाये
  • खेती के सामान पर GST हटे
  • किसान अंदोलन के दौरान दर्ज FIR वापिस हो
  • किसानों को बिजली मुफ्त मिलें

किसान आंदोलन के कारण को जान ने से पहले आपको कृषि के नए 3 विधेयक को जानना जरुरी है इसके बारे में हम आपको थोड़ी सी जानकारी दे देते है।

कृषि के 3 नए विधेयक

आवश्यक वस्तु अधिनियम (भण्डारण अधिनियम) 2020

2020 में सरकार ने यह संसोधन लाया है की किसान या व्यापारी जितना चाहे भण्डारण कर सकते है। भण्डारण करने के वाद जब चाहे उसे बेच सकता है।

किसानों का डर

आवश्यक वस्तु अधिनियम (भण्डारण अधिनियम) 2020 यह बात तो निश्चित है की अनाज का भंडारण केवल व्यापारी कर सकता है क्युकी किसान के पास भंडारण के लिए जगह नहीं होती और किसानों को दूसरी फसल की वुबाई के लिए और अन्य काम के लिए पैसों की जरुरत पड़ती है इसलिए किसान अपने अनाज तो तुरंत बेच देगा। किसानो को डर है की इस बिल के तहत व्यापारी अनाज भंडारण कर लेगा जिस से किसान की फसल की कीमत कम हो जाएगी।

मूल्य आश्वासन पर किसान समझौता ( कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग )

मूल्य आश्वासन विधेयक के तहत कहा गया है की बड़ी बड़ी कंपनियां कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग कर सकती है यानि की ठेके पर किसानो से खेती करवा सकती है। यानि की कोई बड़ी खाद्य कंपनी किसानो से कोई एक फसल उगाने को कहेगी और उसके पहले ही फसल की कीमत तय कर देगी।

किसानों को डर

मूल्य आश्वासन पर किसान समझौता ( कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग ) में किसानो को डर है अगर कंपनी को नुकसान हुआ या कंपनी बंद हो गयी तो किसानो की फसल कौन खरीदेगा।

 कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून, 2020

कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून, 2020 के तहत किसान अपनी उपज को मंडी के बाहर देश में कहीं भी बेच सकता है ।

किसानों को डर

कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून, 2020 को लेकर किसानों को डर है कि इस कानून के आने से मंडिया बंद हो जाएंगी फिर मजबूरन किसान को न चाहते हुए कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग करनी होगी।

कृषि के नए बिल जान ने के लिए यहाँ क्लिक करेंकृषि बिल 2020

किसान आंदोलन के कारण विस्तार से

कृषि के 3 नए विधेयक

किसान आंदोलन का मुख्य कारण सरकार द्वारा लाये गये कृषि के 3 विधेयक है इन्हीं विधेयक के कारण पंजाब और हरयाणा के किसान आंदोलन कर रहे है । इस विधेयक से पंजाब और हरयाणा के किसानों को दर है कि उनके क्षेत्र की मंडिया बंद हो जयेगी। सबसे ज्यादा मंडियों में अनाज की बिक्री पंजाब और हरयाणा में ही होती है।

भण्डारण वाले अधिनियम से बड़ी बड़ी कंपनियां किसानों से अनाज लेकर भंडारित कर लेगी जिस से अनाज की कीमतों में कमी आ जायेगी । इसलिए किसान चाहते है कि इन तीनों विधेयक को सरकार वापिस ले । अगर सरकार इन विधेयक को वापिस नहीं लेती तो यह आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा। इसलिये कृषि के 3 नए विधेयक किसान आंदोलन का कारण बने है। वैसे तो कृषि विधेयक ही किसान आंदोलन के कारण है।

सभी फसलों के लिए MSP

किसान आंदोलन के तहत किसानों की मांग है कि सभी फसल जैसे सब्जी, फूल, फल, अनाज वर्गीय फसल जैसे गेहूँ ,चावल पर सभी राज्यों में MSP यानि फसलों का न्यूनतम मूल्य तय किया जाएं और और MSP को लेकर ऐसा कानून लाया जाये जिसमें कोई भी व्यापारी MSP से नीचे फसलों को न ख़रीदे। यह किसान आंदोलन का दूसरा कारण है।

किसानों के कर्ज माफ किए जाएं

किसान आंदोलन का तीसरा कारण है किसानों की यह मांग है कि किसानों द्वारा बैंक से जो कर्ज लिया है उसे माफ़ किया जाए। जिस तरह सरकार से बड़े बड़े उधोगपतियों का कर्ज माफ किया है उसी तरह किसानों का भी कर्ज माफ किया जाये।

किसानों के बिजली माफ़ किए जाएं

किसान आंदोलन को लेकर किसानों की मांग है की जिन किसानों के बिजली बिल बकाया है उन्हें माफ़ किया जाये। हालाँकि इस मांग को कुछ किसान संगठन सपोर्ट नहीं करते है। यह किसानों की मुख्या;मांग नहीं है।

NGT का 10 साल से पुराने वाहन पर बैन हटे

NGT द्वारा लगे बैन से दिल्ली में ट्रैक्टर आने की अनुमति नहीं रहती क्युकी NGT का कहना है की ट्रैक्टर से प्रदूषण अधिक होगा हालांकि सरकार को ट्रैक्टर पर बैन लगाने से अच्छा है अन्य वाहन जो दिल्ली में भारी संख्या में चलते है। किसान आंदोलन का यह कारण है जिसमे किसान NGT द्वारा लगे बैन को हटाने की मांग कर रहे है।

किसानों की न्यूनतम आय सुनिश्चित करें

किसान की आय केवल कृषि पर निर्भर रहती है। जिसमे वह कृषि में होने वाले कार्यों से ही कमाई करता है । इसमें अगर कोई आपदा आ जाये तो किसान की फसल और उत्पाद नष्ट हो जाते है जिस से किसान को आय होने की बजह नुकसान हो जाता है । जिस के कारण किसानों ने किसान आंदोलन में मांग रखी है कि सरकार द्वारा किसानों को निश्चित आय दी जाये जिस से फसल का नुकसान होने पर वह घर खर्च चला सकें।

मनरेगा को खेती से जोड़ा जाये

मनरेगा के अंतगर्त गांव के लोगों को रोजगार दिया जाता है जिसमे सरपंच द्वारा गांव के विभिन्न कार्य किये जाते है। और सरकार द्वारा उन्हें पैसा दिए जाते है। किसान आंदोलन के कारण में किसानों की मांग है मनरेगा में कृषि के कार्यों को जोड़ा जाए जिस से किसानों को मजदूर आसानी से मिल सके और उनके काम के पैसा आधे सरकार द्वारा दिए जाएं।

खेती के सामान पर GST हटे

खेती के सामान जैसे कीटनाशक दवाई, स्पेयर्स पार्ट, कृषि यंत्र, उर्वरक आदि कृषि में उपयोगी होने वाले सामान पर GST हटाई जाये जिस से किसानों की लागत में कमी आये। इसलिए किसान आंदोलन के कारण में किसानों की मांग है कि खेती की वस्तुओं और सामान से सरकार द्वारा GST को हटाया जाए।

किसान अंदोलन के दौरान दर्ज FIR वापिस हो

किसान आंदोलन के दौरान कुछ किसानों पर FIR दर्ज की गयी है ऐसे में किसानों की मांग है कि किसानों पर दर्ज FIR को वापिस लिया जाये। पुलिस का कहना है कि किसानों पर जो FIR दर्ज की गयी है उसमे ऐसे किसान है जिन्होंने पुलिस एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाया है।

किसानों को बिजली मुफ्त मिलें

किसानों को सिंचाई के लिए नलकूप मोटर में बिजली बिल लगता है इसे लेकर किसानो की मांग है कि किसानों से बिजली बिल न लिया जाएँ। और किसानो के लिए बिजली को पूर्ण रूप से फ्री किया जाये। इस से खेती में लगने वाली लागत में कमी होगी और किसानों की लागत बढ़ेगी।

आपको हमने इस पोस्ट में किसान आंदोलन के कारण को बताया है। आपको क्या किसानों की यह मांग जायज लगती है ? कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं साथ ही जो लोग किसान आंदोलन के कारण जान न चाहते है उनके साथ यह पोस्ट जरूर शेयर करें।

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