मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में 12 फरवरी 2022 को राज्य के किसानों को 7600 करोड़ रुपए की बीमा क्लेम की राशि का भुगतान किया। इसके बाद अब शीघ्र ही दो महीने पहले हुई बारिश से किसानों की फसल को हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा। इस संबंध में अधिकारियों को वीडियोग्राफी और सर्वे के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसानों को राहत पहुंचाई जा सके।
इसके तहत जिन किसानों ने बीमा कराया है उनको तो मुआवजा मिलेगा ही, साथ ही राज्य सरकार की ओर से ऐसे किसानों को भी मुआवजा दिया जाएगा जो किसी कारणवश अपनी फसल का बीमा नहीं करा पाएं। इस संबंध में कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि जिन किसान भाइयों की फसल का बीमा नहीं है उन्हें आरबीसी 6-4 में राहत दी जाएगी। इसके लिए वीडियोग्राफी के साथ सर्वे करवाने के निर्देश हमने अधिकारियों को दिए हैं।
इन जिलों में किया सर्वे
बता दें कि पिछले महीनों के दौरान मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना के अलावा रीवा, छिंदवाड़ा, बैतूल, हरदा, मुरैना और नरसिंहपुर जिलों मैं 3 से 4 सेंटीमीटर तक बारिश हुई थी। जिससे किसानों को फसलों को भारी नुकसान पहुंचा था। बताया जा रहा है कि सरकार जल्द ही इन जिलों में वीडियोग्राफी और सर्वे का काम शुरू करेगी ताकि किसानों को बारिश और ओलावृष्टि फसल को हुए नुकसान का मुआवजा मिल सके।
इंदौर जिले में 380 करोड़ बीमा राशि का वितरण
इंदौर जिले के किसानों को 380 करोड़ 54 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति बीमा राशि का वितरण किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 12 फरवरी को एक वर्चुअल कार्यक्रम में सिंगल क्लिक के माध्यम से पूरे मध्यप्रदेश में 49 लाख से अधिक दावों में 7 हजार 600 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए थे। वहीं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इस योजना के तहत लाभांवित इंदौर जिले के किसानों को खाता अंतरण राशि के चेक वितरित किए। जिले में इस योजना के तहत किसानों के एक लाख 86 हजार दावों में 380 करोड़ 54 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति बीमा राशि वितरण की गई।
यह भी पढ़ें – ओलावृष्टि एवं बेमौसम बारिश से हुए फसल नुकसान के लिए ₹202.90 करोड़ का मुआवजा जारी, इन 23 जिलों को दिया जायगा मुआबजा
स्थानीय लक्ष्मीबाई नगर कृषि उपज मंडी में आयोजित कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि यह अपने आप में रिकॉर्ड है, जब इतनी बड़ी राशि एक साथ किसानों के खातों में जमा की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले के सांवेर विकासखंड में ही 50 हजार किसानों के खातों में 125 करोड़ रुपए से अधिक की राशि बीमा क्षतिपूर्ति के रूप में जमा हुई है। इसी तरह जिले के अन्य विकासखंडों के किसानों को भी बड़ा लाभ मिला है।
यह राशि किसानों के द्वारा किए गए दावों तथा सर्वे के आधार पर किसानों को भुगतान किया गया है। किसानों को प्रति हेक्टेयर के आधार पर तथा फसलों के नुकसान के आधार पर बीमा राशि तय की गई है। इसलिए किसानों के बीच ऐसा हो सकता है कि एक ही गांव के दो अलग-अलग भूमि का अलग-अलग मुआवजा राशि बनेगी। इसके अलावा जिले के अनुसार भी बीमा राशि अलग हो सकती है।
ग्रुप से जुड़ें –